इश्क का मंज़िल कभी नहीं सुगम होता। मन अंदर से ज़ाहिर तौर पर बोलता है लेकिन दुनिया की वस्तुनिष्ठता में यह धीरे-धीरे अस्पष्ट हो जाता है। �
मेरे सपनों में तुम ही रहो
यह इच्छा है कि तुम्हें भी मेरे सपनों का मिलना। हर हर पल में मैं तुझे भावित हूँ, और यह जानकर मुझे {आनंद मिलता है। तुम ही मेरी जिंदगी का उद्
मेरे ख्वाबों में तुम ही रहो
यह आशा है कि तुम्हें भी मेरे सपनों का मिलना। हर हर पल में मैं तुझे सुनता हूँ, और यह जानकर मुझे {आनंद खुशी होती है । तुम ही मेरी प्राण हो, और
दिल की यह बेकबूरी
यह धड़कनें बढ़ जाती हैं जब वो कभी-कभी दिखाई देते हैं। {उनकीचमक पर मैं दिन रात सोचता हूँ, लेकिन ये जज़्बा बस एक तरफ़ा ही है। {मुझमे जुनून जलती �
दिल में छिपे दर्दों का एक विशाल सागर
यह हमारे अनंत बड़ा जलाशय है, जहाँ धुंध की बारिश होती रहती है। हर लगातार एक पल में, click here यह तूफ़ान अपने भीतर बहुत झूमता है। यहाँ हौसला अक्सर